PM विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों के लिए खुशखबरी: ₹15,000 राशि खाते में आना शुरू – PM Vishwakarma Yojana Payment

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PM Vishwakarma Yojana Payment

PM Vishwakarma Yojana Payment: भारत सरकार ने अपनी प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के माध्यम से पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के जीवन में नई जान फूंकने का बीड़ा उठाया है। यह योजना उन मेहनती हाथों के लिए तैयार की गई है, जो अपनी कला और मेहनत से अपने परिवारों का सहारा हैं, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण आगे नहीं बढ़ पाते। इस योजना के तहत लाभार्थियों को टूल किट खरीदने में मदद मिलती है और ट्रेनिंग के दौरान आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।

PM Vishwakarma Yojana Payment: यह पहल लाभार्थियों को ₹15,000 की राशि सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर के रूप में मुहैया कराती है। साथ ही, योजना 15 दिन की स्किल ट्रेनिंग के साथ प्रतिदिन ₹500 का व्यय भुगतान भी करती है। इससे कारीगरों को नए उपकरण खरीदने और उन्हें प्रभावी रूप से उपयोग करने में मदद मिलती है। सरकार का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरी को आधुनिक स्वरूप देकर ग्रामीण व शहरी अर्थव्यवस्था में योगदान बढ़ाना है।

PM Vishwakarma Yojana Payment- क्या है पीएम विश्वकर्मा योजना

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एक समग्र सहायता योजना है, जो कारीगरों और शिल्पकारों को तकनीकी कौशल और आर्थिक मदद प्रदान करती है। यह 1 फरवरी 2023 को शुरू की गई थी और इसका मकसद परंपरागत हस्तशिल्प को बढ़ावा देना तथा कारीगरों को स्वावलंबी बनाना है। योजना में लाभार्थियों को सरकारी पंजीकृत प्रशिक्षण केंद्र पर स्किल ट्रेनिंग, औजार खरीद के लिए धनराशि, एवं आसान शर्तों पर लोन जैसी सुविधाएं दी जाती हैं।

PM विश्वकर्मा योजना के ₹15,000/- लोगों के बैंक खाते में आना शुरू

योजना के तहत शुरुआती फेज में कई लाभार्थियों के बैंक खातों में ₹15,000 ट्रांसफर की जा चुकी है। यह राशि सीधे डीबिट-बैंक ट्रांसफर के जरिए भेजी गई है, जिससे फंड वितरण में पारदर्शिता बनी रहती है। यह राशि टूल किट खरीद में उपयोगी होती है, जिससे कारीगर अपनी कार्यकुशलता बढ़ा सकते हैं और व्यवसाय की शुरुआत कर सकते हैं। योजना के प्रचार-प्रसार के बाद अब तेजी से और अधिक लोगों के खाते में यह राशि जुड़ रही है।

योजना की क्या है खास बात?

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का क्या मकसद है? इसका मुख्य उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों को आधुनिक युग के अनुसार तैयार करना और उनकी आय को बढ़ावा देना है। योजना में:

  • स्किल ट्रेनिंग के साथ आर्थिक सहायता मिलती है।
  • उपकरण खरीदने में मदद मिलती है।
  • किफायती ब्याज दर पर लोन की सुविधा होती है।
  • प्रमाणित ट्रेनिंग मिलने से उनकी विश्वसनीयता बढ़ती है।

इस संपूर्ण प्रयास के तहत, किसी कारीगर को न केवल औजार मिलते हैं, बल्कि उन्हें सही तरीके से इस्तेमाल करने की ट्रेनिंग भी दी जाती है, ताकि उनकी उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार हो और उनका व्यवसाय चले।

प्रदान की राशि कितनी है?

इस योजना में लाभार्थियों को कुल ₹15,000 की सहायता प्रदान की जाती है, जिसे वे टूल किट खरीदने में उपयोग कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, ट्रेनिंग के दौरान उन्हें प्रतिदिन ₹500 कैश की सहायता मिलती है ताकि वे शिक्षा लेते हुए अपनी दैनिक जरूरतें भी पूरा कर सकें। यह आर्थिक प्रोत्साहन उन्हें आत्मनिर्भर बनने के पथ पर आगे बढ़ने में मदद करता है।

ट्रेनिंग की व्यवस्था

योजना के तहत लाभार्थी को मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण केंद्रों पर 15 दिनों की स्किल ट्रेनिंग दी जाती है। इस प्रशिक्षण में पारंपरिक कला, नए डिज़ाइन और टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल की जानकारी दी जाती है। इससे कारीगरों का हुनर और व्यवसाय दोनो मजबूत होते हैं। ट्रेनिंग के दौरान उन्हें रोजाना ₹500 की आर्थिक सहायता भी दी जाती है, जिससे उनकी रोजमर्रा की समस्याएं कम हों और वह ध्यानपूर्वक सीखने पर केंद्रित रहें।

कैसे चेक करें Payment Status?

लाभार्थी अपना भुगतान स्टेटस ऑनलाइन भी देख सकते हैं। इसके लिए उन्हें pmvishwakarma.gov.in वेबसाइट पर लॉगिन करना होगा:

  1. “पेमेंट स्टेटस” या “आवेदन की स्थिति” टैब पर क्लिक करें।
  2. अपना आवेदन संख्या या मोबाइल नंबर दर्ज करें।
  3. स्क्रीन पर पता चल जाएगा कि ₹15,000 की राशि ट्रांसफर हुई है या अभी प्रक्रिया में है।

ऑफलाइन स्थिति जानने के लिए वह अपने बैंक शाखा से संपर्क कर सकते हैं या अपने लोन वितरक कार्यालय जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

PM विश्वकर्मा योजना के मुख्य लाभ

  • ₹15,000 की सहायता: टूल किट खरीदने के लिए सीधी आर्थिक मदद मिलती है।
  • ₹500 प्रतिदिन: ट्रेनिंग के दौरान आर्थिक बोझ कम होता है।
  • टूल किट खरीद: इससे कारीगर अपने कार्य में दक्ष हो पाते हैं।
  • कम ब्याज पर लोन: योजना के तहत किफायती वित्तीय सहायता मिलती है।
  • प्रमाणित कौशल: ट्रेनिंग और प्रमाण पत्र से रोजगार व बाजार पहचान बढ़ती है।

यह सभी सुविधाएँ मिलकर कारीगरों की उत्पादकता, आत्मनिर्भरता और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि करती हैं।

PM विश्वकर्मा योजना का लाभ कौन-कौन ले सकता है?

यह योजना केवल उन कारीगरों और शिल्पकारों के लिए है, जो पारंपरिक 18 ट्रेड जैसे लकड़ी का काम, ज्वेलरी, काठी-लकड़ी, हैंडीक्राफ्ट इत्यादि में श्रमरत हैं। इन कलाकारों को सही सुविधाएं मिलती हैं ताकि उनकी कला व्यवसायिक रूप से स्थापित हो सके।

विश्वकर्मा लोन कितने दिन में मिलता है?

  • प्रथम किश्त: ₹1 लाख तक, 18 माह की अवधि में उपलब्ध।
  • द्वितीय किश्त: ₹2 लाख तक, कुल 30 महीने की अवधि में दी जाती है।
  • आवेदन के लिए बैंक के साथ KYC का होना अनिवार्य है, जो आधार डेटा से जुड़ा होना चाहिए।

अस्वीकृति

यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। योजना की शर्तें, राशि और पात्रता में समय-समय पर परिवर्तन हो सकता है, इसलिए लाभार्थियों से अनुरोध है कि वे योजना की आधिकारिक वेबसाइट या बैंक/प्राधिकृत केंद्र से नवीनतम विवरण अवश्य लें। किसी भी कदम को उठाने से पहले उचित जानकारी और सलाह लेना जरूरी है।

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